HPU student violence हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में 11 मार्च को एसएफआई कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के विरोध में एसएफआई इकाई ने कुलपति को ज्ञापन सौंपा। एसएफआई ने आरोप लगाया कि जब उनके कार्यकर्ता विश्वविद्यालय परिसर में नाश्ता कर रहे थे, तब एबीवीपी के सदस्यों ने उन पर तेज़ धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस घटना में पांच छात्र गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से एक अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के दौरान समरहिल पुलिस चौकी के एएसआई भरत भूषण मौके पर मौजूद थे, लेकिन वह हमले को रोकने में असफल रहे। इस हमले में 8 आरोपियों (अंकुश, अक्षय, पीयूष, हर्ष, राहुल, हनी, आशीष और ईश) को पुलिस ने हिरासत में लिया, जबकि अन्य की तलाश जारी है। इनके खिलाफ एफआईआर संख्या 42/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 109 (हत्या के प्रयास) सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
एसएफआई ने आरोप लगाया कि यह वही एबीवीपी कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने पहले रामकृष्ण मिशन आश्रम में पथराव किया था और संजौली मस्जिद विवाद के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की थी।
एसएफआई ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि इस हमले में शामिल सभी असामाजिक तत्वों के खिलाफ जल्द से जल्द अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो छात्र समुदाय को लामबंद कर एक बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।